ऊपर हैैं सबसे ऊपर हमारे प्रधान जी, हो जाए सावधान जी। ऊपर हैैं सबसे ऊपर हमारे प्रधान जी, हो जाए सावधान जी।
पिंजरे में कैद मत रखए उड़ने दीजिए मैं भी एक इंसान हूँ हाँ मै एक नारी हूँ। पिंजरे में कैद मत रखए उड़ने दीजिए मैं भी एक इंसान हूँ हाँ मै एक नारी हूँ...
जिसके चलते उन्हें खुशी मिलेगी और हमें उनका प्यार और दुआएँ। जिसके चलते उन्हें खुशी मिलेगी और हमें उनका प्यार और दुआएँ।
रूक थोड़ा विश्राम कर, तू ! सब्र तो कर पायेगी। रूक थोड़ा विश्राम कर, तू ! सब्र तो कर पायेगी।
क्या वक्त था पहले जब हर कोई अपने के लिए घर से बाहर निकलता था पर ! क्या वक्त था पहले जब हर कोई अपने के लिए घर से बाहर निकलता था पर !
जो बात हम हैं कह रहे, हर बात हो रही नोट है । जो बात हम हैं कह रहे, हर बात हो रही नोट है ।